ग़ुस्ल करने का आसान तरीका हिंदी - بِسْمِ اللّٰہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیۡمِ गुस्ल का अर्थ : ग़ुस्ल का मतलब यह है कि जब कोई मोमिन नापाक हो जाता है तो उसे अपनी धार्मिक परंपरा, इस्लाम और शरिया कानून के मुताबिक खास तरीके से नहाना होता है. इसे ग़ुस्ल कहा जाता है. हमें अपने धर्म के अनुसार नहाना चाहिए। इस्लाम. नमाज पढ़ने या किताब, सूरह या आयत पढ़ने से पहले ठीक से ग़ुस्ल और वुज़ू करना चाहिए। गुस्ल के तीन फर्ज़े गुस्ल के तीन फर्ज़े है अगर इनमें से एक में भी कमी हुई तो गुस्ल नहीं होता है। 1. कुल्ली करना 2. नाक में पानी डालना 3. नाक में पानी डालना गुसल करने से पहले नीयत करना जरूरी है गुसल का सही तरीका के लिए कुली करना, नाक में पानी चढ़ाना और पूरे शरीर पर पानी बहाना जरुरी है है। सुन्नत के अनुसार गुसल करते समय हर हिस्से पर पानी पहुंचाना जरूरी है। गुसल के बाद ही नमाज अदा की जा सक...
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